संकल्पना स्पष्ट कीजिए -(१) नये स्वर्ग का प्रथम चरण
Answers
Answered by
16
Answer:
इन पंक्तियों में कवि गिरजा कुमार माथुर ने संकल्पना की है कि स्वतंत्रता प्राप्त करना नूतन स्वर्ग को प्राप्त करने की तरह है अर्थात अभी हमने अपनी पहली मंजिल पर कदम रखा है | अभी हमें देश के नवनिर्माण के लिए बहुत कुछ करना है । वस्तुतः पराधीनता से देश को जो हानि हुई है उसकी काली छाया अभी तक लुप्त नहीं हो पाई है इसलिए देश के रक्षकों को कवि ने हिदायत दी कि "तुम्हारे हाथ में नए युग रूपी समुद्र की नाव की पतवार है इसे लेकर तुम समुद्र के समान ही महान बनकर देश की सावधानी से रक्षा करो ।"
Similar questions