Hindi, asked by brainlytaatu, 1 year ago

'सैलीटरी रिपेयर' पद का सारांश क्या है?

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Answered by Anonymous
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विलियम वर्ड्सवर्थ एक कवि थे जिन्होंने प्रकृति और सरल देश के जीवन की पूजा की थी। 'सॉलिटेरी रीपर' में वह स्कॉटलैंड हाइलैंड्स में अकेले रेपर के दयनीय गीत से उनके द्वारा किए गए छाप को व्यक्त करने की कोशिश करता है। यह उनके गीतों में से सबसे सुंदर है। कविता पढ़ने के बाद कविता और चित्रों का संगीत हमारे दिल में लंबे समय तक चित्रित होता है।
कवि एक खेत से गुज़र रहा था जहां उसने एक लड़की को उदासीन तनाव गाते हुए देखा। वह वहां से स्थानांतरित हो सकता था। इस दृष्टि ने कवि को आकर्षित किया। गीत जादू की तरह था। यह कोयल पक्षी के रूप में सुंदर था। कवि के मुताबिक, गीत लड़ाइयों के बारे में था जो बहुत पहले हुआ था। यह दुख, हानि और दर्द से भरा था। यह गीत कभी खत्म नहीं होता था। हालांकि कवि उस दिन पहाड़ी पर चढ़ गए, लेकिन गीत उनके दिमाग पर एक मजबूत प्रभाव के पीछे छोड़ दिया। वह कहता है कि उस दिन के बाद उसने कभी ऐसा गीत कभी नहीं सुना था।
Answered by nitusachdeva06pbqpl5
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लोकलबॉडीज डिपार्टमेंट के आला अफसरों के आदेश खुद निगम अफसर मानने के लिए तैयार नहीं है। इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि लोकल बॉडीज डिपार्टमेंट िपछले कई सालों से निगम अफसर को पत्र भेज कई बार हिदायत दे चुका है कि किसी अफसर या मुलाजिम को करंट ड्यूटी चार्ज (सीडीसी) यानी बड़े पद पर तैनात किया जाए। इसके बावजूद लुधियाना नगर निगम में दो एक्सईएन को एसई का करंट ड्यूटी चार्ज दे रखा है। 

वहीं, एक एक्सईएन को जोनल कमिश्नर के पद से नवाजा गया है। बिल्डिंग ब्रांच अफसर कहां पीछे है एक बिल्डिंग इंस्पेक्टर को बतौर एटीपी करंट चार्ज दे रखा है। यही नहीं हेल्थ ब्रांच में तैनात चार चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टरों को भी निगम अफसरों की मेहरबानी से कारपोरेशन सेनिटेशन अफसर का करंट चार्ज बीते लंबे समय दिया गया है। चंडीगढ़ में बैठे आला अफसर दो या तीन महीने बाद पत्र भेजकर सीडीसी चार्ज देने के आदेश जारी करते है, लेकिन निगम अफसर इन पत्र को कचरे की पेटी में फेंक काम चला रहे हैं। 

इनपर निगम अफसर मेहरबान: सबसेपहले जोनल कमिश्नर कमलेश बंसल की बात करें तो वह नगर निगम से बतौर एक्सईएन ओएंडएम सेल रिटायर हो चुके हैं। जिस वक्त वह रिटायर हुए उन्हें जोन बी का जोनल कमिश्नर का चार्ज भी दिया गया था। रिटायर होने के बाद वह दोबारा निगम में कॉन्ट्रेक्ट पर बतौर एक्सईएन एक साल पहले ज्वाइन कर चुके हैं। 

निगम अफसरों की मेहरबानी के चलते दोबारा एसई का एडिशनल चार्ज मिल चुका है। यही नहीं अफसरों की मेहरबानी से अब भी जोन बी के जोनल कमिश्नर भी है। ओएंडएम सेल में बतौर एक्सईएन पद पर तैनात राजिंदर सिंह के पास भी लाइट ब्रांच एसई का करंट चार्ज दे रखा है। अब बात करंे निगम हेल्थ ब्रांच की तो यहां पर चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर के पद पर अश्वनी सहोता, बंटू सिंह, अमीर सिंह बाजवा और जगजीत सिंह तैनात हैं। इन चारों चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टरों को भी निगम की तरफ से कॉरपोरेशन सेनिटेशन ऑफिसर का करंट चार्ज दिया गया है। अब बात करंे बिल्डिंग ब्रांच तो यहां अभी जोन सी में तैनात बिल्डिंग इंस्पेक्टर भूपिंदर सिंह भी बतौर एटीपी पद पर काम कर रहे हैं। 
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