सामाजिक आदर्श नियमों के विभिन्न स्वरूपों का विस्तृत वर्णन कीजिए
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Answer:समाजशास्त्र मानव समाज का अध्ययन है। यह सामाजिक विज्ञान की एक शाखा है, जो मानवीय सामाजिक संरचना और गतिविधियों से सम्बन्धित जानकारी को परिष्कृत करने और उनका विकास करने के लिए, अनुभवजन्य विवेचन[1][2] और विवेचनात्मक विश्लेषण[3] की विभिन्न पद्धतियों का उपयोग करता है, अक्सर जिसका ध्येय सामाजिक कल्याण के अनुसरण में ऐसे ज्ञान को लागू करना होता है। समाजशास्त्र की विषयवस्तु के विस्तार, आमने-सामने होने वाले सम्पर्क के सूक्ष्म स्तर से लेकर व्यापक तौर पर समाज के बृहद स्तर तक है।
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Answer:
सामाजिक नियंत्रण के प्रकार:-
प्रत्यक्ष सामाजिक नियंत्रण।
अप्रत्यक्ष सामाजिक नियंत्रण।
1. प्रत्यक्ष सामाजिक नियंत्रण
प्रत्यक्ष सामाजिक नियंत्रण प्राय: प्राथमिक समूहों में पाया जाता है। जैसे परिवार, पड़ोस तथा खेल समूह। यह नियंत्रण व्यक्ति पर उन व्यक्तियों द्वारा किये गये व्यवहार तथा प्रक्रियाओं का प्रभाव है जो उसके सबसे करीबी हो। क्योंकि व्यक्ति पर समीप रहने वाले व्यक्ति के व्यवहार का सर्वाधिक प्रभाव पड़ता है।
2. अप्रत्यक्ष सामाजिक नियंत्रण
अप्रत्यक्ष या परोक्ष सामाजिक नियंत्रण व्यक्ति पर द्वितीयक समूहों द्वारा लगाये गये नियंत्रण से है। विभिन्न समूहों, संस्थाओं, जनमत, कानूनों तथा प्रथाओं द्वारा व्यक्ति के व्यवहार को नियंत्रित कर एक विशेष प्रकार का व्यवहार करने को बाध्य किया जाता है।
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