सामाजिक अनुसन्धान मे सख्खीकीय का प्रयोग एवं simaye
Answers
Answer:
सामाजिक विज्ञान मनुष्यता के संरक्षण और मानवीय मूल्यों के विकास एवं प्रगति का मूलाधार है। ज्ञान के शेष अनुशासन एकपक्षीय होते हैं, चाहे वे कितना भी महत्वपूर्ण हो और अपरिहार्य ही क्यों न हो। समाजिक घटनाओं के अध्ययन की अपनी वैज्ञानिक दृष्टि एवं पद्धतियां होती हैं, जिनके माध्यम से हम अनुभावात्मक परिपेक्ष्य प्रस्तुत करते हैं। यह पुस्तक सामाजिक विज्ञानों की घटनाओं के अध्ययनों की प्रविधियों एवं पद्धतियों का विवेचन है।
इसमें ‘सामाजिक अनुसंधान’ के समस्त पहलुओं को सरल परन्तु उच्चस्तरीय रूप में समझाने का प्रयास किया गया है।
• सांख्यिकी तत्वों को सरलतम विधियों से प्रस्तुत करते हुए इसकी विस्तृत विवेचना की गई है।
• विभिन्न विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों को ध्यान में रखते हुए पुस्तक की विषय-सामग्री को प्रमाणित एवं वैज्ञानिक स्तर पर लाने का प्रयास किया गया है।
• संकलित विषय सामग्री की आलोचनात्मक व्याख्या सरलता एवं सहजता के आधर पर की गई है।
• अंग्रेजी के प्रचलित परिभाषित शब्दों का सरलतम हिन्दी में अनुवाद एवं प्रयोग करते हुए इसके विद्यार्थियों के लिए अधिकाधिक उपयोगी बनाने का प्रयास किया गया है।
Explanation:
ok mam......................