Hindi, asked by dhruvighelani, 1 month ago

सामाजिक समानता से अभिप्राय यह है कि सामाजिक क्षेत्र में जाति, धर्म, पेशे आदि के आधार पर पक्षपात न किया जाए। सबको एक जैसी सुविधाएं दी जाए । हमारे देश में सामाजिक समानता का अभाव है। जाति-प्रथा के कारण करोड़ों व्यक्ति अछूत के रूप में बहिष्कृत हैं, उन्हें सामाजिक अधिकारों से वंचित कर दिया जाता है। इस प्रकार की असमानता को दूर होना आवश्यक है। नागरिक समानता का अर्थ है कि राज्य में नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त हों। गरीब-अमीर तथा ऊँच- नीच का कोई भेद भाव न किया जाए। कोई भी अपराधी दंड से बच न सके । राज्य के प्रत्येक नागरिक को राज्य के कार्यों में समान रूप से भाग लेने, मत देने का, सरकारी नौकरी प्राप्त करने का तथा राज्य के उच्च से उच्च पद को अपनी योग्यता के बल पर प्राप्त करने का अधिकार राजनीतिक समानता का द्योतक है।

1. नागरिक समानता का क्या अर्थ है ?

2. सामाजिक समानता से क्या अभिप्राय है ?

3. किन लोगों को सामाजिक अधिकारों से वंचित कर दिया जाता है ?

4. राज्य का नागरिक होने हेतु उन्हें कौन-कौन से अधिकार मिलने चाहिए ?

5. गदयांश को उचित शीर्षक दीजिए ।​

Answers

Answered by raghvendrark500
4

नागरिकता समानता से तात्पर्य है कि सभी लोगों को नागरिक अधिकार और स्वतंत्रताएं समान रूप से मिलनी चाहिए। कानून की दृष्टि से सभी नागरिक बराबर होने चाहिए। राज्य व समाज द्वारा नागरिकों को जो स्वतंत्रता प्रदान की जाती है वह नागरिक स्वतंत्रता होती है, जैसे धार्मिक, भाषण, प्रेस आदि की स्वतंत्रता।

Similar questions