स्मृति पाठ पढ़ने से बच्चों के बारे में क्या पता चलता है?
a. बच्चे नासमझ होते हैं।
b.बच्चे दुस्साहसी होते हैं।
c.बच्चे शरारती होते हैं।
d. उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं
Answers
d nbr ka ans
Explanation:
kui ki yea bachoke dimag par var parta hea
स्मृति पाठ पढ़ने से बच्चो के बारे में पता चलता है कि बच्चे नासमझ , दुस्साहसी तथा शरारती होते हैं।
स्मृति पाठ पढ़ने से बच्चो के बारे में पता चलता है कि बच्चे नासमझ , दुस्साहसी तथा शरारती होते हैं।सही विकल्प है (d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।
स्मृति पाठ पढ़ने से बच्चो के बारे में पता चलता है कि बच्चे नासमझ , दुस्साहसी तथा शरारती होते हैं।सही विकल्प है (d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।लेखक के इस कथन की पुष्टि नीचे दिए गए वृतांत से की जा सकती है।
• लेखक अपने बचपन के दिनों का वृतांत सुनाते है , वे कहते है कि एक बार उनके बड़े भाई ने उन्हें चिट्ठियां पोस्ट करने के लिए दी थी, वे अपने छोटे भाई को साथ के गए उन्होंने एक डंडा भी साथ ले लिया
• रास्ते में कुआं था, लेखक और उनके भाई शरारत करने लगे, लेखक ने सिर की टोपी में पोस्ट करने वाली चिट्ठियां रखी थी जो कुएं में गिर गई। कुएं में चिट्ठियों के पास एक सांप बैठा था।
• साप को देखकर लेखक डर गए परन्तु बड़े भाई के डर से उन्होंने कुएं से किसी भी प्रकार चिट्ठियों को निकालने का निश्चय किया।
• चिट्ठियों को निकालने में लेखक ने डंडे का सहारा लिया।
• बड़ी मुश्किल से लेखक उन चिट्ठियों को निकालने में सफल हुए।