History, asked by rvsingh9818, 5 months ago

सूफ़ी मत के दर्शन का वर्णन किजिये

Answers

Answered by surenderasharmaabad2
2

Answer:

सूफीवाद अनुसार ईश्वर के साथ मिलन या ईश्वर के दर्शन के मार्ग के रूप को सबसे एहम मानता है। उस दृष्टि से, सूफीवाद आध्यात्मिक अभ्यास के आंतरिक और बाहरी आयामों, गूढ़ और गूढ़ व्यक्ति का विकास केंद्र मानता है। सूफीवाद में इस बात पर बल दिया गया है कि ईश्वर और उसके भक्तों के बीच कोई मध्यस्थ नहीं होना चाहिए

Answered by Anonymous
4

Answer:

सूफीवाद अनुसार ईश्वर के साथ मिलन या ईश्वर के दर्शन के मार्ग के रूप को सबसे एहम मानता है। उस दृष्टि से, सूफीवाद आध्यात्मिक अभ्यास के आंतरिक और बाहरी आयामों, गूढ़ और गूढ़ व्यक्ति का विकास केंद्र मानता है। सूफीवाद में इस बात पर बल दिया गया है कि ईश्वर और उसके भक्तों के बीच कोई मध्यस्थ नहीं होना चाहिए।

Similar questions