सोने के पिंजरे में बंद पक्षी क्या भूल गए हैं ? *
Answers
Answered by
10
- हमारे रोमांचित पंख पिंजरे में लगी इन सोने की छड़ों से टकराकर टूट जाएँगे। ... भाव यह है कि पिंजरे में कैद होकर सोने की कटोरी में खाने-पीने से अच्छा स्वतंत्र होकर आसमान में उड़ना है। पक्षी कहते हैं कि सोने की इन जंजीरों में बंधकर हम अपनी स्वाभाविक चाल, उड़ने के ढंग सब भूल गए हैं।
Similar questions