सुनो किशोरी पाठ के आधार पर रूढ़ि-परंपरा तथा मूल्यों के बारे में लेखिका के विचार स्पष्ट कीजिए।
Answers
Answered by
0
सुनो किशोरी पाठ में लेखिका ने रूढ़ि वह नीति है जो समय के साथ अपना अर्थ खो देती है।
- लेखिका के अनुसार रूढ़ि स्थिर होती है तथा परंपरा समय के साथ अनुपयोगी हो गए मूल्यों को छोड़ती व उपयोगी मूल्यों को जोड़ती निरंतर बहती धारा है।
- परंपरा निरंतर प्रवाह मय गतिशील है जो समय के साथ बदलती है।
- लेखिका का कहना है कि जहां रूढ़ि समाज के लिए नकारात्मक बन सकती है, ये समाज को कीचे के जाती है अथवा स्थिर रखती है । दूसरी ओर परंपरा समाज को मजबूत बनाती है।
- परंपरा समाज को गतिशील बनने में बाधा नहीं डालती।
- यही कारण कई कि रुढियों को छोड़कर प्रगतिशील परंपराओं को अपनाकर आगे बढ़ना चाहिए तभी समाज आगे बढ़ सकता है।
#SPJ 3
और जानें
https://brainly.in/question/51270395
Similar questions