(स) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :-
1. नदियों द्वारा मैदान किस प्रकार बनाए जाते हैं ?
2. मैदानी इलाकों के गाँवों में लोगों के घर सटे-सटे क्यों होते हैं ?
3. मैदानी इलाकों में सिंचाई के कौन-कौन से साधन हैं ?
4. छत्तीसगढ़ के मैदानी गाँवों में धान की खेती ज्यादातर छिझककर विधि से क्यों की जाती है ?
5. रिसदा के लोगों ने अब काम की तलाश में दूसरे राज्यों में जाना क्यों कम कर दिया है ?
Answers
Explanation:
सिन्धु-गंगा का मैदान, जिसे उत्तरी मैदानी क्षेत्र तथा उत्तर भारतीय नदी क्षेत्र भी कहा जाता है, एक विशाल एवं उपजाऊ मैदानी इलाका है। इसमें उत्तरी तथा पूर्वी भारत का अधिकांश भाग, पाकिस्तान के सर्वाधिक आबादी वाले भू-भाग, दक्षिणी नेपाल के कुछ भू-भाग तथा लगभग पूरा बांग्लादेश शामिल है। इस क्षेत्र का यह नाम इसे सींचने वाली सिन्धु तथा गंगा नामक दो नदियों के नाम पर पड़ा है।
सिन्धु-गंगा मैदान का योजनामूलक मानचित्र
उत्तर पश्चिम दिशा से ली गयी अंतरिक्ष यात्री की इस तस्वीर में सिन्धु-गंगा के मैदान पर पीली रोशनी के गुच्छे उत्तरी भारत और उत्तरी पाकिस्तान के कई बड़े और छोटे शहरों को दिखाते हैं। नारंगी रेखा भारत-पाकिस्तान सीमा है।
खेती के लिए उपजाऊ मिट्टी होने के कारण इस इलाके में जनसंख्या का घनत्व बहुत अधिक है।
7,00,000 वर्ग किमी (2,70,000 वर्ग मील) जगह पर लगभग 1 अरब लोगों (या लगभग पूरी दुनिया की आबादी का 1/7वां हिस्सा) का घर होने के कारण यह मैदानी इलाका धरती की सर्वाधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में से एक है। सिन्धु-गंगा के मैदानों पर स्थित बड़े शहरों में अहमदाबाद, लुधियाना, अमृतसर, चंडीगढ़, दिल्ली, जयपुर, कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, कोलकाता, ढाका, लाहौर, फैसलाबाद, रावलपिंडी, इस्लामाबाद, मुल्तान, हैदराबाद और कराची शामिल है। इस क्षेत्र में, यह परिभाषित करना कठिन है कि एक महानगर कहां शुरू होता है और कहां समाप्त होता है।
सिन्धु-गंगा के मैदान के उत्तरी छोर पर अचानक उठने वाले हिमालय के पर्वत हैं, जो इसकी कई नदियों को जल प्रदान करते हैं तथा दो नदियों के मिलन के कारण पूरे क्षेत्र में इकट्ठी होने वाली उपजाऊ जलोढ़ मिटटी के स्रोत हैं। इस मैदानी इलाके के दक्षिणी छोर पर विंध्य और सतपुड़ा पर्वत श्रृंखलाएं तथा छोटा नागपुर का पठार स्थित है। पश्चिम में ईरानी पठार स्थित है।