सेनापति किस काव्य धारा के कवि है ?
Answers
Answered by
0
सेनापति किस काव्य धारा के कवि है ?
'सेनापति' कवि रीतिकालीन और भक्तिकाल के संधि युग के कवि रहे हैं। यानि भक्तिकाल और रीतिकालीन की मिश्रित विचारधारा के कवि रहे हैं।
व्याख्या :
संधि युग से तात्पर्य उस समय से है, जब एक युग समाप्त हो रहा था और दूसरा युग आरंभ हो रहा था। सेनापति भक्ति काल के अंतिम तथा रीतिकाली के प्रारंभिक समय के कवि हैं। उनके जीवन के बारे में इतना ज्ञात है कि वे एक कान्यकुब्ज ब्राह्मण थे और उनके पिता का नाम गंगाधर दीक्षित था। उनका निवास स्थान उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अनूप शहर नामक जगह माना जाता है। वे अनेक हिंदू एवं मुस्लिम शासकों के दरबारों में कवि रहे थे।
उनकी दो प्रमुख रचनायें है, जिनके नाम है, काव्यकल्पद्रुम और कवित्त रत्ननाकर।
#SPJ3
Similar questions