Hindi, asked by nazmeenkhan85879345, 7 months ago

'संप्रेषण' का महत्त्व बताते हुए उसके विभन्न मॉडलों पर प्रकाश डालिए।
प्र.2.
संप्रेषण के प्रकारों का उल्लेख करते हुए भामक संप्रेषण और प्रभावी संप्रेषण में अंतर
बताइए।
प्र.3.
संप्रेषण के माध्यम के रूप में जन-संचार माध्यमों की भूमिका पर प्रकाश डालिए।
प्रभावी संप्रेषण के गुण बताते हुए प्रभावी व्यक्तित्व के निर्माण में संप्रेषण की भूमिका
बताइए।​

Answers

Answered by bhatiamona
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'संप्रेषण' का महत्त्व बताते हुए उसके विभन्न मॉडलों पर प्रकाश डालिए।

'संप्रेषण' का महत्त्व :  संप्रेषण  की सहायता से दो या दो से अधिक व्यक्ति मौखिक रूप में या लिखित से अपने संदेश और विचारों को दूसरों तक पहुंचाता है | आज के समय में संप्रेषण का बहुत महत्व हो गया है , सभी कार्य इसके द्वारा आसानी से किए जाते है |

संप्रेषण के विभिन्न मॉडल....

मौखिक संप्रेषण : बातचीत के माध्यम से बोल कर देने वाले संदेश को मौखिक संप्रेषण कहते हैं। जैसे टेलीफोन पर बातचीत करना , रेडियो मौखिक संप्रेषण का एक उदाहरण है  

लिखित संप्रेषण : शब्दों के माध्यम से लिख कर संदेश देना लिखित संप्रेषण कहते हैं।  जैसे कि पत्र, प्रार्थनापत्र, ईमेल, टेलीग्राम, मेमो, एस. एम. एस, सर्कुलर, रिपोर्ट,  लिखित संप्रेषण के उदाहरण है।

सांकेतिक या गैर शाब्दिक संप्रेषण : सांकेतिक संप्रेषण जो ना लिखित रूप में होते हैं और न ही मौखिक रूप यह  किसी चित्र, ग्राफिक, चिन्ह, आकृति या ध्वनि के रूप संदेश दिया जाता है |

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प्रभावी संप्रेषण का अर्थ है कि जब दो या दो से अधि व्यक्तियों के बीच में मौखिक और लिखित संप्रेषण संकेत और , प्रतीक , चिन्ह के माध्यम से विचारों को आदान-प्रदान किया जाता है इस  प्रक्रिया को प्रभावी संप्रेषण कहते है|

भ्रामक संप्रेषण : भ्रामक संप्रेषण में जब किसी तकनीकी खराबी के कारण या  मानवीय की कमी के कारण या बोलने के कारण और सुनने की शक्ति में कमी के कारण संदेश प्राप्त करने वाला संदेश को ठीक ढंग से समझ नहीं पाता , इसे भ्रामक संप्रेषण कहते है |

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संप्रेषण के माध्यम के रूप से जनसंचार माध्यमों की भूमिका पर प्रकाश डालिए​

संप्रेषण के माध्यम के रूप से जनसंचार माध्यमों की भूमिका :

आज के समय में संप्रेषण के माध्यम के रूप से जनसंचार माध्यमों ने बहुत तरक्की कर ली है | अब एक दूसरे को संदेश पहुंचाना बहुत आसन हो गया चाहे वह अपने देश के किसी कोने में देना हो या अपने देश से बहार | जब से 4 जी मोबाइल संचार प्रौद्योगिकी आई है तब से सब जगह नेटवर्क आसानी से मिल जाता है और बात भी हो जाती है|

कंप्यूटर के आविष्कार के बाद इस क्षेत्र में प्रतिदिन नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। संचार जगत में ‘ई-मेल’ की लोकप्रियता धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है ।

ई-मेल के उपयोग या इससे होने वाले लाभ बहुआयामी हैं । संचार के क्षेत्र में ‘विडियो कांफ्रेंसिंग’ भी वैज्ञानिकों की एक अद्‌भुत देन है । इसके माध्यम से दो या दो से अधिक व्यक्ति एक दूसरे से मीलों दूर रहकर भी आपस में बातचीत कर सकते हैं।

बहुत सारी वीडियो ऐप्स है जैसे , वाट्स ऐप्स , गूगल due, स्काइप , ज़ूम ऐप्स  आदि की सहायता से हम अपने संदेश साँझा कर सकते है|

जन संचार के माध्यम से रेडिओ , सिनेमा , समाचार पत्र , किताबें आदि से सब को बहुत लाभ हो गया है| मिडिया की सहायता से घर पर ही सब खबर मिल जाती है |

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