Hindi, asked by pinkypal72372ovicom, 6 months ago

संप्रदान और अपादान कारक में अंतर स्पष्ट कीजिए​

Answers

Answered by suman2216
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Explanation:

1. सम्प्रदान कारक

सम्प्रदान कारक का अर्थ होता है – देना। जिसके लिए कर्ता काम कर्ता है उसे सम्प्रदान कारक कहते हैं। सम्प्रदान कारक के विभक्ति चिन्ह के लिए और को होता है। इसको किसके लिए प्रश्नवाचक शब्द लगाकर भी पहचाना जा सकता है। समान्य रूप से जिसे कुछ दिया जाता है या जिसके लिए कोई कार्य किया जाता है उसे सम्प्रदान कारक कहते हैं।

सम्प्रदान कारक का उदाहरण :

(i) गरीबों को खाना दो।

(ii) मेरे लिए दूध लेकर आओ।

(iii) माँ बेटे के लिए सेब लायी।

(iv) अमन ने श्याम को गाड़ी दी।

2. अपादान कारक

संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से किसी वस्तु के अलग होने का बोध हो वहाँ पर अपादान कारक होता है। संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से अलग होना , उत्पन्न होना , डरना , दूरी , लजाना , तुलना करना आदि का पता चलता है उसे अपादान कारक कहते हैं। इसका विभक्ति चिन्ह से होता है। इसकी पहचान ‘किससे’ जैसे प्रश्नवाचक शब्द से भी की जा सकती है।

अपादान कारक का उदाहरण :

(i) पेड़ से आम गिरा।

(ii) हाथ से छड़ी गिर गई।

(iii) सुरेश शेर से डरता है।

(iv) गंगा हिमालय से निकलती है।

Answered by GuduAngle
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Answer:

समान्य रूप से जिसे कुछ दिया जाता है या जिसके लिए कोई कार्य किया जाता है उसे सम्प्रदान कारक कहते हैं। ... संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से किसी वस्तु के अलग होने का बोध हो वहाँ पर अपादान कारक होता है।

Explanation:

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안녕하세요

내 이름 콴

인도에서

15세

10학년

감사합니다☺☺☺

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