Hindi, asked by riskyrao22, 1 year ago

संपादक को पत्र दिल्ली में महिलाओं के प्रति बढ़ते हुए अपराधों की तरफ ध्यान दिलाते हुए।​

Answers

Answered by mannatmarya
87

१०, करोल बाग

नई दिल्ली

दिनांक- २६ अप्रैल २०….

सेवा में,

श्रीमान संपादक महोदय,

हिंदुस्तान दैनिक, दिल्ली

विषय: दिल्ली में बढ़ती अपराध वृत्ति के बारे में।

महोदय,

मैं आपके लोकप्रिय समाचार पत्र के माध्यम से दिल्ली सरकार के अधिकारियों का ध्यान दिल्ली में बढ़ती हुई अपराध वृत्ति की ओर दिलाना चाहती हूं। आशा है कि आप मेरे पत्र को अपने लोकप्रिय समाचार पत्र में प्रकाशित करेंगे। विगत 1 माह से इस क्षेत्र में अपराध प्रवृत्ति बढ़ गई है। आजकल गुंडागर्दी ,हत्याएं ,लूटपाट, बलात्कार  जैसी अपराधिक घटनाएं लगातार हो रही हैं। आए दिन घरों के ताले तोड़कर चोर घरों में घुसकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। लुटेरों की हिम्मत भी इतनी इतना बढ़ गयी है कि राह चलती महिलाओं के गले से चेन खींचने की घटनाएं भी आम बात हो गई है। बढ़ते अपराधों से महिलाएं डर के कारण घर से अकेले आने जाने का भी साहस नहीं जुटा पाती हैं।

महोदय दुख तो इस बात का है कि अनेक राजनीतिक दल गैर सरकारी संस्थाओं तथा छात्र संगठनों के द्वारा कई बार इस और ध्यान रख दिलाए जाने के बावजूद केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है। वह संबंधित पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी नहीं करती।

मेरा केंद्र सरकार तथा पुलिस के अधिकारियों से अनुरोध है कि वे इस संबंध में कठोर कार्यवाही करें, जिससे अपराधियों के मन में डर उत्पन्न हो और अपराध करने से पहले सौ बार सोचे।

धन्यवाद!

भवदीया

कख


mannatmarya: Thanks
riskyrao22: may you help me in English also
riskyrao22: in story writing
riskyrao22: I request you plz help me
mannatmarya: Ok
riskyrao22: thanks
Answered by sangamsurendras
26

Answer:

१०, करोल बाग

नई दिल्ली

दिनांक- २६ अप्रैल २०….

सेवा में,

श्रीमान संपादक महोदय,

हिंदुस्तान दैनिक, दिल्ली

विषय: दिल्ली में बढ़ती अपराध वृत्ति के बारे में।

महोदय,

मैं आपके लोकप्रिय समाचार पत्र के माध्यम से दिल्ली सरकार के अधिकारियों का ध्यान दिल्ली में बढ़ती हुई अपराध वृत्ति की ओर दिलाना चाहती हूं। आशा है कि आप मेरे पत्र को अपने लोकप्रिय समाचार पत्र में प्रकाशित करेंगे। विगत 1 माह से इस क्षेत्र में अपराध प्रवृत्ति बढ़ गई है। आजकल गुंडागर्दी ,हत्याएं ,लूटपाट, बलात्कार  जैसी अपराधिक घटनाएं लगातार हो रही हैं। आए दिन घरों के ताले तोड़कर चोर घरों में घुसकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। लुटेरों की हिम्मत भी इतनी इतना बढ़ गयी है कि राह चलती महिलाओं के गले से चेन खींचने की घटनाएं भी आम बात हो गई है। बढ़ते अपराधों से महिलाएं डर के कारण घर से अकेले आने जाने का भी साहस नहीं जुटा पाती हैं।

महोदय दुख तो इस बात का है कि अनेक राजनीतिक दल गैर सरकारी संस्थाओं तथा छात्र संगठनों के द्वारा कई बार इस और ध्यान रख दिलाए जाने के बावजूद केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है। वह संबंधित पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी नहीं करती।

मेरा केंद्र सरकार तथा पुलिस के अधिकारियों से अनुरोध है कि वे इस संबंध में कठोर कार्यवाही करें, जिससे अपराधियों के मन में डर उत्पन्न हो और अपराध करने से पहले सौ बार सोचे।

धन्यवाद!

भवदीया

कख

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