Hindi, asked by rahul9918, 1 year ago

"सिर्फ तर्क करने वाला दिमाग एक ऐसे चाकू की तरह है जिसमें धार है। वह प्रयोग करने वाले का हाथ रक्तमय कर देता है।"

इस विषय पर 750 शब्दों का निबंध लिखना है।

Answers

Answered by gorishankar2
5
♥ अरे वहाँ↓↓

यहाँ आपका जवाब है↓

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यह रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित उद्धरण है।

कल्पना की और अपने उद्धृत जीवन के माध्यम से इस उद्धरण लिखा।

यह हैडल और ब्लेड दोनों के साथ चाकू का मतलब है। अगर चाकू में कोई भी नहीं है तो यह काम नहीं करता है या हमारी मदद नहीं करता है।

◆ यह आपको बताता है कि मन को तर्क और कल्पना दोनों की आवश्यकता है। अगर किसी दिमाग में कोई भी नहीं है तो यह अधूरा दिमाग है। अगर मन में केवल एक ही है तो यह ठीक से काम नहीं करता है।

→ अगर चाकू केवल ब्लेड के साथ है, तो यह उस व्यक्ति के हाथ को चोट पहुंचाएगा जो इसे पकड़ता है।

इसका मतलब है कि अगर केवल तर्क है, तो कोई कल्पना नहीं है, यह ऐसा करने वाले व्यक्ति की रचनात्मक सोच को मार देगा।

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यदि आप मेरे उत्तर को पसंद करते हैं तो कृपया दिमाग के रूप में चिह्नित करें

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⭐THANKS⭐
Answered by devendrau6
8

सिर्फ तर्क करने वाला दिमाग एक ऐसे चाक़ू की तरह है जिसमे सिर्फ ब्लेड है. यह इसका प्रयोग करने वाले के हाथ से खून निकाल देता है.

please give me minimum 1500 word answer

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