सिर पर बैठो काग ,
आंखि दोउ खात निकारत। उक्त पद में प्रयुक्त रस कौन सा है ?
Answers
Answered by
17
Answer:
Hope it helps you
Explanation:
वीभत्स रस घृणा के भाव को प्रकट करने वाला रस है। आचार्यों के मतानुसार जब घृणा या जुगुप्सा का भाव अपने अनुरूप आलंबन , उद्दीपन एवं संचारी भाव के सहयोग से आस्वाद का रूप धारण कर लेता है तो इसे वीभत्स रस कहा जाता है। घृणास्पद व्यक्ति या वस्तुएं इसका आलंबन है। ” सिर पै बैठ्यो काग , आंख दोउ खात निकारत।
Answered by
3
वीभत्स रस
Explanation:
वीभत्स रस-जहाँ किसी वस्तु या दृश्य के प्रति घृणा का भाव आता हो वहाँ वीभत्स रस उत्पन्न होता है । इसका स्थाई भाव घृणा या जुगुप्सा है।
उसी तरह यहां ' सिर पर बैठा कौआ आंखों को निकाल कर खा रहा है।' ये इस पद का शारानश है।
Similar questions