सार्थक शीर्षक लेखक ने शीर्षक क्या निराश हुआ जाए क्यों रखा होगा आप इससे भी बेहतर समझा सकते हैं
Answers
ये प्रश्न ‘क्या निराश हुआ जाये’ पाठ से संबंधित है, ये एक विचारोत्तेजक लेख है जिसके लेखक ‘हजारी प्रसाद द्विवेदी’ हैं।
लेखक ने शीर्षक ‘क्या निराश हुआ जाये’ सोच-समझ कर ही रखा होगा। हम अपने आस-पास का वातावरण देखते हैं तो हर जगह अराजतकता व्याप्त है, लोगों छल-कपट आदि भरा हुआ है, जिससे मन में निराशा का भाव उत्पन्न होता है। लेकिन इसका दूसरा पहलू ये भी है कि संसार सब लोग ऐसे नही हैं। इस संसार में अनेक लोग ऐसे भी जिनमें ईमानदारी, दया और प्रेम बाकी है। ऐसे लोगों की वजह से ही ये संसार टिका हुआ है।
इसलिये लेखक चारों तरफ व्याप्त अराजक वातावरण के कारण अपनी निराश तो व्यक्ता करता है, लेकिन आशावादी सोच भी रखता है कि अच्छाई अभी भी बाकी है। इसलिये लेखक ने पाठ का उचित शीर्षक रखा है।
यदि इस पाठ का कोई दूसरा शीर्षक होता तो वो यूं हो सकता था...‘आशा की ओर’ या ‘उजाले की ओर’ या ‘न निराशा कर मन को’ आदि।
Answer:
The above attached file is the answer..
Explanation:
Hope it will help you..........