सूर्यकांत त्रिपाठी निराला किस काव्य धारा के कवि है स्पष्ट कीजिए
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सूर्यकांत त्रिपाठी निराला छायावादी काव्य धारा के प्रसिद्ध कवि हैं।
व्याख्या :
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला छायावाद के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं। अन्य तीनों में महादेवी वर्मा, सुमित्रानंदन पंत एवं जयशंकर प्रसाद हैं।
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के काव्य की सबसे बड़ी विशेषता उनके काव्य की उन्मुक्ता रही है। अपनी इसी विशिष्ट शैली के कारण वह छायावादी कवियों में अपना एक विशिष्ट स्थान बना पाए। उनकी काव्य की भाषा में सहजता और स्वाभाविकता रही है। उनके काव्य में किसी भी तरह की कृत्रिमता नही पाई जाती है। उनके काव्य में देश प्रेम और राष्ट्रीयता की भावना से परिपूर्ण भी रहे हैं। प्रकृति का चित्रण भी विशेष रूप से मिलता है। उनके काव्यों में सामाजिक कुरीतियों पर भी प्रहार देखने के मिलता है। उनके काव्य की भाषा संस्कृत में और खड़ी बोली दोनों का मिश्रण रही है। थोड़ी बहुत उनकी भाषा पर बांग्ला की भी छाप दिखायी देती है।