सौरभ फैला विपुल धूप बन,
मृदुल मोम-सा घुल रे मृदु तन;
दे प्रकाश का सिंधु अपरिमित,
तेरे जीवन का अणु गल-गल ! hindi mein bhavarth
Answers
Answered by
0
Answer:
abe pagal hai kya be akkal nahi hai
Similar questions