सूरसागर का सबसे चर्चित प्रसंग है भ्रम रगीत भ्रमरसार भ्रमरराग भ्रमभ्रामरी
Answers
सही उत्तर है...
► भ्रमर गीत
स्पष्टीकरण:
‘सूरसागर’ का सबसे चर्चित प्रसंग है, ‘भ्रमरगीत’।
‘सूरसागर’ हिंदी की भक्तिकालीन धारा के प्रसिद्ध कवि ‘सूरदास’ द्वारा रचित ग्रंथ है। ‘सूरसागर’ सूरदास का सबसे प्रसिद्ध ग्रंथ है, जिसमें उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की महिमा का गुणगान किया है। इस ग्रंथ का सबसे चर्चित प्रसंग ‘भ्रमरगीत’ है।
‘भ्रमरगीत’ काव्य की एक परंपरा है। जिसमें एक भ्रमर यानि भंवरे को प्रतीक या सूत्रधार बनाकर काव्य की रचना की जाती है। ‘सूरदास’ का ‘भ्रमरगीत’ प्रसंग सबसे अधिक प्रसिद्ध है।
सूरदास के अलावा सूरदास के समकालीन कवियों में नंददास, परमानंद दास आदि ने भ्रमरगीत की अपने अपने ग्रंथों में रचना की है। कई रीतिकालीन कवियों ने भी भ्रमरगीत की रचना की है। आधुनिक काल के कवियों से भी अनेक कवियों ने भ्रमरगीत की रचना की है, जिनमें मैथिलशरण गुप्त और रत्नाकर का नाम प्रमुख है।
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Explanation:
परम्पपरा बनाम आधुनिकता पाठ के लेखक है