'सूरदास अपनी बंद आँखों से वात्सल्य का कोना-कोना झाँक आए हैं' - सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
Answers
Answered by
3
Answer:
सूर वात्सल्य र के सम्राट कहे जाते हैं। सूर ने अपनी अंधी आंखों से बालक की जितनी क्रियाएं देखी हैं, उतनी आंखों वाले कवि भी नहीं देख पाते हैं। सूर वात्सल्य रस का कोना-कोना झांक आये हैं। ... सूरदास ने यद्यपि सूरसागर में कृष्ण के जीवन चरित्र को आधार बनाकर पद रचना की है, पर उनका मन कृष्ण की बाल लीलाओं में अधिक रमा है।
Similar questions