Hindi, asked by khataranakkhanna23, 1 month ago

सूरदास छेरी ( बकरी ) दुहने की जरूरत क्यों नहीं समजतें ? कक्षा 9 पाठ 7 सूरदास के पद​

Answers

Answered by AryanmishraDate111
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मेरो मन अनत कहाँ सुख पावै।

जैसे उड़ि जहाज़ की पंछी, फिरि जहाज़ पै आवै॥

कमल-नैन को छाँड़ि महातम, और देव को ध्यावै।

परम गंग को छाँड़ि पियासो, दुरमति कूप खनावै॥

जिहिं मधुकर अंबुज-रस चाख्यो, क्यों करील-फल भाव।

'सूरदास' प्रभु कामधेनु तजि, छेरी कौन दुहावै॥

Answered by bhaveshbhaichaudhryk
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Answer:

ડડડડાબૃસદસજહજહછહહછહછડદગદ

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