सूरदास के भ्रमरगीत का मूल भाव क्या है ?
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सूरदास के 'भ्रमरगीत' का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए। 'भ्रमरगीत' का उद्देश्य ही है - ज्ञान और योग का खंडन करके निर्गुण भक्ति के स्थान पर सगुण भक्ति की प्रतिष्ठा करना। सूरदास ने उद्धव की पराजय दिखा कर ऐसा करने में सफलता प्राप्त की है।
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सूरदास के 'भ्रमरगीत' का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए। 'भ्रमरगीत' का उद्देश्य ही है - ज्ञान और योग का खंडन करके निर्गुण भक्ति के स्थान पर सगुण भक्ति की प्रतिष्ठा करना। सूरदास ने उद्धव की पराजय दिखा कर ऐसा करने में सफलता प्राप्त की है।
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