सूरदास के भ्रमरगीत की विशेषताएं बताइए
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Answer:1: इस भ्रमरगगीत में गोपियों का कृष्ण के प्रति अन्नय प्रेम प्रकट हुआ है।
2: गोपियाँँ अधिक वाचाल एंव र्तकशील हैं।
3: भ्रमर गीत में व्यंग्य, कटाक्ष ,निराशा, प्रर्थाना आदि मनोभाव प्रकट हुए हैं।
4: इसमें प्रेम के सम्मुख योग साधना को तुच्छ दिखाया गया है।
5: इसमें व्योग संसार का रूप देखने को मिलता है।
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Answer:
- भ्रमर गीत का शाब्दिक अर्थ है- भ्रमर को संबोधित करके गाया गया गीत।
- भ्रमर को धोखेबाज, निरंकुश और कली-कली पर मंडराने वाले मधु-लोलुप प्रेमी का प्रतीक माना गया है।
- विरह-वेदना से व्यथित गोपियां भी श्रीकृष्ण को इसी रूप में मानती है।
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