सूरदास की झोपड़ी summary
Answers
Answered by
5
Answer:
सूरदास की झोंपड़ी प्रेमचंद के उपन्यास रंगभूमि का एक अंश है। एक दृष्टिहीन व्यक्ति जितना बेबस और लाचार जीवन जीने को अभिशप्त होता है, सूरदास का चरित्र ठीक इसके विपरीत है। सूरदास अपनी परिस्थितियों से जितना दुखी व आहत है उससे कहीं अधिक आहत है भैरों और जगधर द्वारा किए जा रहे अपमान से, उनकी ईर्ष्या से
Explanation:
please like and follow me
Answered by
1
Answer:
( सूरदास की झोपड़ी- Summary- Notes)
[ सूरदास ]
एक अंधा भिखारी था !
वह लोगों के दान पर जीवन व्यतीत करता था !
सूरदास बेसक शारीरिक रूप से अपंग परंतु और डरपोक नहीं था वह बहादुर था !
वह परिश्रमी था। वह के भरोसे रहने वाला नहीं था !
Similar questions