सूरदास की वह कौन सी अभिलक्षण थी जो उनकी झोपड़ी के साथ जलकर राख हो गई
Answers
Answered by
0
Explanation:
सूरदास गांव वालों के लिए कुआं बनवाना चाहता था. वह अपने बेटे की शादी करवाना चाहता था तथा अपने पितरों का पिंडदान करवाना चाहता था झोपड़ी के साथ ही पूंजी के जल जाने से अब उसकी कोई भी अभिलाषा पूरी नहीं हो सकती थी. उसे लगा कि उसकी सारी अभिलाषाएँ झोपड़ी के साथ ही जलकर राख हो गई.
Similar questions