संस्कृत भाषा का क्या महत्व है आपको संस्कृत कैसी लगती है और क्य सरल सस्रकृत मे लिखे
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Answer:संस्कृत (संस्कृतम्) भारतीय उपमहाद्वीप की एक भाषा है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। यह विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत एक हिंद-आर्य भाषा हैं जो हिंद-यूरोपीय भाषा परिवार की एक शाखा हैं। आधुनिक भारतीय भाषाएँ जैसे, हिंदी, बांग्ला, मराठी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली, आदि इसी से उत्पन्न हुई हैं। इन सभी भाषाओं में यूरोपीय बंजारों की रोमानी भाषा भी शामिल है। संस्कृत में वैदिक धर्म से संबंधित लगभग सभी धर्मग्रंथ लिखे गये हैं। बौद्ध धर्म (विशेषकर महायान) तथा जैन मत के भी कई महत्त्वपूर्ण ग्रंथ संस्कृत में लिखे गये हैं। आज भी हिंदू धर्म के अधिकतर यज्ञ और पूजा संस्कृत में ही होती हैं। भीम राव अम्बेडकर का मानना था कि संस्कृत पूरे भारत को भाषाई एकता के सूत्र में बांध सकने वाली इकलौती भाषा हो सकती है, अतः उन्होंने इसे देश की आधिकारिक भाषा बनाने का सुझाव दिया था।[2][3] [4]
भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में संस्कृत को भी सम्मिलित किया गया है। यह उत्तराखण्ड की द्वितीय राजभाषा है। आकाशवाणी और दूरदर्शन से संस्कृत में समाचार प्रसारित किए जाते हैं। कतिपय वर्षों से डी. डी. न्यूज (DD News) द्वारा वार्तावली नामक अर्धहोरावधि का संस्कृत-कार्यक्रम भी प्रसारित किया जा रहा है, जो हिन्दी चलचित्र गीतों के संस्कृतानुवाद, सरल-संस्कृत-शिक्षण, संस्कृत-वार्ता और महापुरुषों की संस्कृत जीवनवृत्तियों, सुभाषित-रत्नों आदि के कारण अनुदिन लोकप्रियता को प्राप्त हो रहा है।
अनुक्रम
1 इतिहास
2 व्याकरण
3 ध्वनि-तन्त्र और लिपि
3.1 स्वर
3.2 व्यंजन
4 संस्कृत भाषा की विशेषताएँ
5 भारत और विश्व के लिए संस्कृत का महत्त्व
6 संस्कृत का अन्य भाषाओं पर प्रभाव
7 शिक्षा एवं प्रचार-प्रसार
8 सन्दर्भ
9 यह भी देखिए
10 बाहरी कड़ियाँ
10.1 संस्कृत संसाधन
10.2 संस्कृत सामग्री
10.3 शब्दकोश
10.3.1 डाउनलोड योग्य शब्दकोश
10.4 संस्कृत विषयक लेख
10.5 संस्कृत साफ्टवेयर ए