संस्कृत
भाषा का महत्व hindi
लिखा
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Answer:
यह दुनिया की सबसे पुरानी उल्लिखित भाषाओं में से एक है। ... संस्कृत में हिन्दू धर्म से सम्बंधित लगभग सभी धर्मग्रन्थ लिखे गये हैं। बौद्ध धर्म (विशेषकर महायान) तथा जैन धर्म के भी कई महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ संस्कृत में लिखे गये हैं।
Explanation:
संस्कृत भाषा संसार की प्राचीनतम एवं प्रथम भाषा है। इस भाषा में ही सृष्टि के आरम्भ में ईश्वर ने वेदों का ज्ञान
दिया था। हमने एक लेख में यह विचार किया था कि क्या ईश्वर के अपने निज प्रयोग की भी क्या कोई भाषा है?
इसके समाधान में हमारा निष्कर्ष यह था कि ईश्वर भी अपने कार्यों को सम्पादित करने में किसी न किसी भाषा का
प्रयोग करता है और वह भाषा वेदों की भाषा “वैदिक-अलौकिक संस्कृत” ही हो सकती है जिसका दिग्दर्शन वेदों के
अध्ययन करने पर होता है। वेदों की भाषा ईश्वर की अपनी भाषा है जिसमें उसने मनुष्य आदि की तिब्बत में सृष्टि
कर उन्हें चार वेद, ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद एवं अथर्ववेद का ज्ञान स्व-निर्दिष्ट नाम वाले अग्नि, वायु, आदित्य व
अंगिरा को दिया था। महर्षि दयानन्द ने इस प्रश्न कि चार ऋषियों को वेदों का ज्ञान अर्थात् इनकी भाषा व शब्द-
अर्थ-सम्बन्ध आदि का ज्ञान उन ऋषियों को किसने कराया? इसका तर्क व प्रमाण युक्त उत्तर महर्षि दयानन्द ने
सत्यार्थ प्रकाश में यह कह कर दिया है कि ईश्वर ने ही उन चारों ऋषियों को वेदों मे मन्त्रों के अर्थ जनाये।