संस्कृत में स्वर 13 परकार के होते हैं please right in sanskrit
Answers
Answered by
1
Answer:
संस्कृत में 13 स्वर, 33 व्यञ्जन तथा 3 अयोगवाह होते हैं। ऐसे वर्ण जिनका उच्चारण स्वतंत्र रुप से किया जा सके, स्वर कहलाते हैं। आप सभी स्वरों का उच्चारण करेगें तो महसूस करेगें कि स्वर को (उच्चारण के आधार पर) तीन रुपों में वर्गीकृत किया जा सकता है। वे स्वर जिनके उच्चारण में एक मात्रा का समय लगता है, हृस्व स्वर कहलाते हैं।
Similar questions