संत ने युवक को काँच और दर्पण क्यों दिखाए ?
Answers
Answer:
q ki vo khna chahte the ki kach or drpn dono ak hi h pr drpn ke ak hisse ko rang do to ussme apne aap ko dhekh sakte ho lekin jab kach me dekho ge to nhi dekh sakte
संत ने युवक को काँच और दर्पण क्यों दिखाए ?
संत ने युवक को काँच और दर्पण इसलिए दिखाये ताकि युवक काँच और दर्पण का भेद जान सके।
काँच के पार देखने पर उसे बाहर के सब लोग दिखाई दे रहे थे। एक गरीब व्यक्ति भीख मांग रहा था। लोग सड़क पर आ जा रहे थे। उसे बाहर के दुनिया के लोग दिखाई दे रहे थे। लेकिन दर्पण में उसे केवल अपना चेहरा दिखाई दिया।
संत द्वारा दोनों वस्तुएं दिखाने का उद्देश्य ये था कि युवक यह जान सके कि काँच से देखने पर उसे दूसरों के बारे में जानने का अवसर मिलेगा लेकिन यदि वह दर्पण देखेगा तो दर्पण से वह केवल अपने को ही जान पायेगा।
काँच और दर्पण दोनो एक ही पदार्थ से बने हैं, लेकिन दर्पण के पीछे लगी चाँदी की परत के कराण उसमे केवल स्वयं को देख पाते हैं।
इसीलिए जब तक वो अपने मन के ऊपर से लगे चांदी के आवरण को हटाकर दुनिया को देखना नहीं सीखेगा तब तक उसे यह नहीं मालूम पता चलेगा कि उसे जीवन में क्या करना चाहिए।