स्त्री के चरित्र की बनी बनाई धारणा से रजनी का चेहरा किन मायनों में अलग है?
Answers
स्त्री के चरित्र की बनाई धारणा से रजनी का चेहरा सभी मायनों में बिल्कुल विपरीत दर्शाया गया है।
• आमतौर पर भारतीय महिला की कल्पना की जाती है तो एक सामान्य सी घर का काम काज करने वाली सहमी सी महिला की तस्वीर आंखो के आगे आ जाती है।
• रजनी की सोच व धारणा इन सबसे अलग दर्शाई गई है।
• रजनी के अनुसार अन्याय व अत्याचार का डटकर मुकाबला करना चाहिए।
• रजनी के अनुसार जुल्म सहने वाला भी अपराधी होता है।
• भारतीय स्त्री की छवि से विपरीत वह कर्मठ , झुझारू व आशावादी स्त्री है।
• वह एक निडर स्त्री है जो गलती होने पर अपने पति तक को डांट लगाती है।
Answer:
सामान्यतः स्त्री का चरित्र कोमल, सहनशील, कमजोर तथा शांत व्यक्तित्व का माना जाता है| जबकि रजनी का चरित्र ठीक इसके विपरीत है| वह एक साहसी, शक्तिशाली तथा अन्याय के विरूद्ध आवाज उठाने वाली महिला है| प्रायः घरेलू नारी अन्याय को सहन कर चुप रहती है, लेकिन रजनी अन्याय के विरूद्ध अकेले लड़ जाती है| वह अध्यापकों द्वारा ट्यूशन लेने जैसी सामाजिक समस्या को भी सबके सामने लाकर उसका समाधान निकालती है|