सात समुद्रों की स्याही से कवि क्या करना चाहते हैं? और वह पर्याप्त क्यों नहीं है?
Answers
Answered by
24
Answerकबीरदास कहते हैं कि यदि सातों समुद्रों की स्याही बना डालूँ, सारे बनराजि की लेखनी और सारी पृथ्वी को काग़ज के रूप में ग्रहण करूँ तो भी प्रभु के गुणों का वर्णन सम्भव
Explanation: ok made me brainlist
Answered by
1
Answer:
but the second part why it is not enough it's confusing
Similar questions