सात उदाहरण देते हुए वाक्य में
में , पेग
कीजिए।
(क) वसीयत कहानी में चित्रित समस्याओं का
वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
अथवा
वसीयत कहानी के आधार पर अपनी भाभी
के प्रति हरीश के विचार स्पष्ट कीजिए।
(ख) परिपत्र क्या है? इसकी विशेषताएँ और
उदाहरण लिखिए।
Answers
¿ वसीयत कहानी में चित्रित समस्याओं का वर्णन अपने शब्दो मे कीजिए
✎... ‘वसीयत’ कहानी भगवती चरण वर्मा द्वारा लिखित एक ऐसी सामाजिक ताने-बाने की कहानी है, जो लोभी प्रवृत्ति के संबंधियों की मानसिकता पर केंद्रित है। ये कहानी मुख्य पात्र पंडित चूड़ामणि मिश्र के द्वारा की गई वसीयत पर आधारित है, तथा ऐसे पुत्र-पुत्री जिन्होंने अपने पिता का जीते जी कभी ध्यान नही रखा तथा एक ऐसी पत्नी जिसने अपने पति की जीते जी कोई सम्मान नहीं किया, की लोभी प्रवृत्ति पर प्रकाश डालती है। जब चूड़ामणि मिश्र मरने के उपरांत उनके नाम अपनी संपत्ति का हिस्सा छोड़ जाते है तो वह उस पिता का गुणगान गाने लगते हैं। पहले जिस पिता को अपशब्द बोल रहे थे, धन के मिलते ही वह अपने पिता के प्रति संवेदना का सामाजिक दिखावा करते हैं। ऐसा ही दिखावा पंडित चूड़ामणि मिश्र की पत्नी और बहुएं तथा भतीजे आदि भी करते हैं।
यह कहानी हमारे उस सामाजिक मानसिकता पर प्रकाश डालती है, जहाँ सारे रिश्ते बंधन केवल स्वार्थ और धन की डोर से बंधे हैं ।धन-संपत्ति केंद्र-बिंदु में आने पर वही रिश्ते प्रिय लगने लगते हैं और धन-संपत्ति की वजह से ही रिश्तो में दरार भी आ जाती है। यह कहानी उस सामाजिक विडंबना को भी प्रदर्शित करती है जहाँ रिश्तो में आत्मीयता का अभाव हो गया है और केवल वे अपने स्वार्थ पूर्ति के साधन बनकर रह गए हैं। पति-पत्नी और पिता-पुत्र-पुत्री जैसे प्रगाढ़ संबंध भी स्वार्थ की डोर से बंधकर रह गये हैं।
कहानी के मुख्य पात्र पंडित चूड़ामणि मिश्र भी ऐसे ही स्वार्थी संबंधों के भुक्त-भोगी हैं, जो कि उनकी मृत्यु के उपरांत भी कायम रहता है। यही समस्या समाज की सबसे गहरी समस्या है।
¿ परिपत्र क्या है? इसकी विशेषताएँ और उदाहरण लिखिए।
✎... जब कोई सरकारी आदेश या पत्र अनेक प्राप्तकर्ताओं को प्रेषित किया जाता है अर्थात भेजने वाला एक हो और प्राप्त करने वाले अनेक हों तो उसे ‘परिपत्र’ कहा जाता है।
परिपत्र किसी सरकारी विभाग द्वारा प्रेषित नीति-विषयक मामलों की जानकारी, आदेश अथवा सुझाव देने वाला एक दस्तावेज होता है, जो किसी मुख्य विभाग द्वारा अन्य सहायक विभागों किया अधीनस्थ विभागों को भेजा जाता है।
उदाहरण के लिए...
केंंद्र सरकार द्वारा अन्य राज्य सरकारों को किसी विषय-वस्तु के संबंध में भेजा जाने वाला दस्तावेज।
केंद्र सरकार के एक मंत्रालय द्वारा अन्य मंत्रालयों को किसी एक विषय वस्तु से संबंधित भेजा जाने वाला दस्तावेज
अथवा
राज्य सरकार द्वारा अपने अधीनस्थ विभिन्न विभागों को भेजा जाने वाला दस्तावेज आदि।
परिपत्र की विशेषताएं...
- परिपत्र की कोई विशेष रचना शैली नहीं होती।
- परिपत्र में राजभाषा शब्दावली का प्रयोग किया जाता है।
- परिपत्र संक्षिप्त एवं विषय अनुसार होता है।
- परिपत्र का प्रयोजन सरकारी कार्य हेतु होता है और इसमें व्यक्तिगत औपचारिकता नहीं होती।
- परिपत्र हमेशा मुख्यालय से प्रेषित किया जाता है, अतः इसकी दिशा सदैव ऊपर से नीचे होती है यानी यह सहायक या अधीनस्थ कार्यालय को प्रेषित किया जाता है।
- परिपत्र में औपचारिक पत्र व्यवहार नहीं होता था, जिसमें किसी जवाब की अपेक्षा नहीं की जा सकती।
- यह केवल आदेश अथवा सुझाव के रूप में एक दिशीय होता है।
- परिपत्र एक प्रकार की सूचना है जो अपने सहायक या अधीनस्थ कार्यालयों को दी जाती है।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○