Hindi, asked by aashoknagar37, 7 months ago

स्थाई भाव किसे कहते हैं? रसनिष्पत्ति में इन की क्या भूमिका है। ​

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Answered by Anonymous
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अर्थात् विभाव, अनुभाव तथा व्यभिचारी भाव के संयोग से रस-निष्पत्ति होती है। अभिप्राय यह है कि जब पर्याप्त विभाव, अनुभाव और व्यभिचारी अथवा संचारी भावों के संयोग से मानव-हृदय में सुषुप्त कोई (रति, उत्साह आदि) स्थायी-भाव जाग्रत होकर पुष्ट अवस्था को प्राप्त हो जाता है, तब उस व्यक्ति को 'रस' की अनुभूति होती है।

\huge\mathfrak\red{itz\:Jyotsana☺}

Answered by rajankumr231
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Answer:

sthai Bhav Aise Bhav vyakti ke hirday mein sthai Roop se Vidyarthi Rehte Hain

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