सादा जीवन उच्च विचार' विषय पर अपने विचार लिखिए|
Answers
सादा जीवन उच्च विचार
सादा जीवन विचार एक जीवन शैली है। उच्च विचारों के लिए आवश्यक है कि जीवन अनुशासित हो और मनुष्य सद्गुणों से परिपूर्ण हो। संसार में भांति भांति के मनुष्य होते हैं, कुछ मनुष्य तरह हर तरह के सुख-सुविधा को भोगना ही जीवन मानते हैं। वह अपने स्वार्थ और सुविधा की पूर्ति के लिए किसी भी तरह के कार्य करने अनुचित नही मानते। जबकि जो सादा जीवन अपनाने हैं, वे उचित-अनुचित कार्य में भेद करना जानते हैं।
सादा जीवन उच्च विचार के लिए सादा जीवन अपनाना जरूरी है, क्योंकि भौतिक सुख सुविधाओं के भोंगों में पढ़कर विचारों में उच्चता नही लाई जा सकती। विचारों की उच्चता के लिये चिंतन मनन जरूरी है, जो सादा जीवन शैली अपनाने से आता है। भोग-विलास में लिप्त रहने वाले केवल उसी में केंद्रित होकर रह जाते हैं।
ऐश्वर्य युक्त जीवन जीने वाला मनुष्य केवल सुख-सुविधाओं तक ही सीमित रह जाता है और उसे सुख-सुविधाओं के उपभोग की आदत पड़ जाती है तो अपने ऐश्वर्य युक्त जीवन को जारी रखने के लिए धन की आवश्यकता पड़ती है, जिसके लिए है वह हर तरह के उपाय आजमाता है और नीति- अनीति की बात पर विचार नहीं करता, ऐसी अवस्था में उसके विचार उच्च नहीं हो सकते।
जो सादा जीवन व्यतीत करते हैं, उनमें आत्म संतोष की प्रवृत्ति होती है। वह अधिक सुख सुविधाओं के लोग में नहीं पड़ते हो उनमे अधिक इच्छायें नही होती, इसलिये उन पर अपनी धन की भूख और इच्छाओं की पूर्ति करने के लिये किसी अनैतिक कार्य करने का कोई दवाब नही होता। आत्मसंतोषी होने के कारण उन्हें अधिक धन की आवश्यकता नहीं पड़ती और वह धन कमाने के फेर में नहीं पड़ते। जिससे वह अपने चारित्रिक और आत्मिक विकास पर अधिक जोर देते हैं, जो उनके उच्च विचारों के निर्माण के लिए मुख्य उत्तरदायी बनता है। इसलिए सादा जीवन अपनाने से उच्च विचार बनने हैं, ऐश्वर्ययुक्त जीवन को अपनाने से नही बनते।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
Pls support.This will help you all