(९)‘सादा जीवन, उच्च विचार’ विषय पर अपने विचार लिखिए
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सादा जीवन उच्च विचार
जीवन जीना एक कला है | यह कला सभी को नहीं आती । इस संसार में कुछ लोग ऐसे होते है जो भौतिक सुखों को ही अपने जीवन का उद्देश्य मानते हैं । जबकि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो जीवन को सीधे-सादे रूप में व्यतीत करना चाहते हैं । सादगी से भरा जीवन व्यक्ति की महानता का प्रतीक होता है । सादा जीवन व्यक्ति को लोभ लालच आडंबर तथा प्रदर्शन से दूर रखता है और ऐसा व्यक्ति यदि उच्च आदर्शों एवं विचारों से युक्त हो तो सोने में सुहागा हो जाता है । जिसके जीवन में सादगी तथा विचारों में उच्चता होती है वे बनावटीपन में विश्वास नहीं रखते । विलासिता से भरी हुई वस्तुएं इन्हें प्रभावित नहीं कर पाती । केवल जीवनोपयोगी साधन से इनका निर्वाह हो जाता है । इनमें ईमानदारी, सच्चाई, सच्चरित्रता, सरलता, सहृदयता,सहानुभूति जैसे अनेकानेक मानवीय मूल्यों का सहजता से समावेश हो जाता है।
हमारे देश के ऋषि-मुनियों, साधु संतों तथा महापुरुषों ने ऐसा ही त्यागपूर्ण जीवनयापन किया है जो युगो-युगो से हमारे देश की संस्कृति का परिचायक रहा हैं । ऐसे ही महापुरुषों में महात्मा गांधी, रामकृष्ण परमहंस, लाल बहादुर शास्त्री, स्वामी विवेकानंद, स्वामी दयानंद, महामना मदन मोहन मालवीय तथा ईश्वर चंद्र विद्यासागर जैसे विविध ऐतिहासिक उदाहरण है जो हमारे प्रेरणा स्त्रोत है |
जीवन जीना एक कला है | यह कला सभी को नहीं आती । इस संसार में कुछ लोग ऐसे होते है जो भौतिक सुखों को ही अपने जीवन का उद्देश्य मानते हैं । जबकि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो जीवन को सीधे-सादे रूप में व्यतीत करना चाहते हैं । सादगी से भरा जीवन व्यक्ति की महानता का प्रतीक होता है । सादा जीवन व्यक्ति को लोभ लालच आडंबर तथा प्रदर्शन से दूर रखता है और ऐसा व्यक्ति यदि उच्च आदर्शों एवं विचारों से युक्त हो तो सोने में सुहागा हो जाता है । जिसके जीवन में सादगी तथा विचारों में उच्चता होती है वे बनावटीपन में विश्वास नहीं रखते । विलासिता से भरी हुई वस्तुएं इन्हें प्रभावित नहीं कर पाती । केवल जीवनोपयोगी साधन से इनका निर्वाह हो जाता है । इनमें ईमानदारी, सच्चाई, सच्चरित्रता, सरलता, सहृदयता,सहानुभूति जैसे अनेकानेक मानवीय मूल्यों का सहजता से समावेश हो जाता है।
हमारे देश के ऋषि-मुनियों, साधु संतों तथा महापुरुषों ने ऐसा ही त्यागपूर्ण जीवनयापन किया है जो युगो-युगो से हमारे देश की संस्कृति का परिचायक रहा हैं । ऐसे ही महापुरुषों में महात्मा गांधी, रामकृष्ण परमहंस, लाल बहादुर शास्त्री, स्वामी विवेकानंद, स्वामी दयानंद, महामना मदन मोहन मालवीय तथा ईश्वर चंद्र विद्यासागर जैसे विविध ऐतिहासिक उदाहरण है जो हमारे प्रेरणा स्त्रोत है |
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