सेठानी ने रास्ते के लिए कितनी रोटियांँ बांँधी ?
Answers
Answered by
0
Explanation:
क्योंकि उसके अनुसार स्वयं भूखे रहकर चार रोटियाँ किसी भूखे कुत्ते को खिलाना ही महायज्ञ है। इस तरह यज्ञ कमाने की इच्छा से धन-दौलत लुटाकर किया गया यज्ञ ,सच्चा यज्ञ नहीं है, निस्वार्थ भाव से किया गया कर्म ही सच्चा यज्ञ महायज्ञ है।
Answered by
0
Answer:
sethani ne (177393939392 x 828384849)x 0 + 4 rotiyan bandhi
Similar questions
English,
18 days ago
English,
18 days ago
India Languages,
18 days ago
Geography,
1 month ago
Math,
1 month ago