सिद्धार्थ ने घायल हंस की रक्षा कैसे की ?
Answers
Answered by
70
Answer:
हाँ।
Explanation:
सिद्धार्थ अपने उपवन में एक शांत जगह इसी प्रकार ध्यानमग्न थे तभी एक घायल हंस उनके सामने आ गिरा जिससे उनका ध्यान भंग हो गया । जब उन्होंने अपनी आँखे खोली तो देखा कि सामने एक सफेद हंस तीर के वार से बुरी तरह घायल पड़ा तड़प रहा है। उसे देखते ही सिद्धार्थ का मन द्रवित हो उठा और उन्होंने उसे तुरंत उठा लिया । धीरे-धीरे वे हंस को सहलाने लगे और फिर पास के सरोवर में जाकर उसका घाव धोकर उसके शरीर से धीरे से तीर को निकाला। तीर निकालते ही वह दर्द से तड़प उठा तब सिद्धार्थ उसे धीरे से सहलाते है और उसके घाव पर पट्टी बांध देते हैं । उसी समय एक ओर से कुछ शोर होता है और उधर से उनका चचेरा भाई देवदत्त आता हुआ दिखाई दे।
may be it's helpful for you
make me as a brainliest
Answered by
64
सिद्धार्थ ने घायल हंस से पहले बाण ( तीर ) निकाला, फिर उसे कुछ समय सहलाया और उसके बाद उसके घाव ( चोट ) पर पट्टी ( मलम ) लगाया । इस प्रकार सिद्धार्थ ने घायल हंस की रक्षा की ।
Similar questions