संदर्भ सहित आशय स्पष्ट करें- (क) उजरी उसके सिवा किसे कब पास दुहाने आने देती? (ख) घर में विधवा रही पतोहू लछमी थी, यद्यपि पति घातिन, (ग) पिछले सुख की स्मृति आँखों में क्षण भर एक चमक है लाती, तुरत शून्य में गड़ वह चितवन तीखी नोक सदृश बन जाती।
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वह अन्य किसी को अपने पास नहीं फटकने देती थी। ... 'पिछले सुख की स्मृति आँखों में क्षण भर रक चमक है लाती' में किसान के किन ... लछमी थी, यद्यपि पति घातिन, ...
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संदर्भ सहित आशय स्पष्ट किया गया है-
- (क)सन्दर्भ- इन पंक्तियो में पूर्ब के स्वतंत्र किशान के बात किया गया है, जो अभी महाजन के अत्याचार से पीड़ित है। ये पंक्ति "वे आँखे" से उद्धृत है।
आशय- कबि के अनुसार किशान को अपने गाये से बोहोत प्यार था और किशान के अलावा वो किसी और को दूध नही देती थी और नीलाम के बाद वो गाय दूध देने बंध कर दी।
- (ख) सन्दर्भ- इस पंक्ति में किशान के बिधबा पुत्रबधू के बारे में बोला गया है, जिसकी पति का हत्या साहूकार के कारिंदों ने किया था।
आशय- जब किशान के पुत्रबधू शादी के बाद घर आया था, तब उसे गृहलक्ष्मी कहा जाता था,लेकिन किशान के बेटे के हत्या के बाद घर में वो अकेली थी और उसे पति घातिन कहा जाने लगा I
- (ग) सन्दर्भ- इस पंक्ति में कबि उन सुखद स्मृति का बर्णन किया जब वो स्वतंत्र था।वो स्मृति कबि के आँखों में चमक और मन में क्षनभर के लिए सुकून लाता है।
आशय-इन पंक्तियो में किशान अपने सुखद स्मृति के बारे में बोला है। ये स्मृति उनके मन में सुख तो लाता है लेकिन बस्तबिकता उसे फिरसे ब्याकुल कर देता है। उसके नजर में निराशा और भी बढ़ जाता है।
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