सोंधी सुगंध कविता का summary
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प्रस्तावना : 'सोंधी सुगंध' इस गीत में कवि डॉ. कृपाशंकर शर्मा 'अचूक' जी ने वर्षा ऋतु का आगमन होने पर प्रकृति में छाई प्रसन्नता एवं खुशहाली का बड़ा ही सजीव एवं मनोहारी वर्णन किया है। वर्षा ऋतु में प्रकृति के विविध रूपों में होनेवाले परिवर्तन का अत्यंत आहलाददायी वर्णन प्रस्तुत कविता में किया गया है।
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