Hindi, asked by kulvirsharma7492, 4 hours ago

सा उच्चैः अवदत् वाक्य अस्मिन् अव्ययपदं गुहस्फी​

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Answered by msyamala04
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अर्थात् तीनों लिंगों में, सभी विभक्तियों और सभी वचनों में जो समान ही रहता है, रूप में परिवर्तन नहीं होता, वह अव्यय होता है। अव्ययों के अन्त में आने वाले र, स् वर्गों के स्थान पर विसर्ग का प्रयोग होता है, जैसे उच्चस = उच्चैः नीचैस = नीचैः अन्तर = अन्तः, पुनर = पुनः।

Answered by j7782981
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Explanation:

उच्चैः अवदत् वाक्य अस्मिन् अव्ययपदं गुहस्फी

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