स्वार्थी लोग धर्म का व्यवहार अपने स्वार्थ के लिए करते हैं । फलस्वरूप हिन्दुत्व भी विपन्न हो रहा
है, ईस्लाम भी नष्ट हो रहा है और सिक्ख धर्म भी आहत हो रहा है । ऐसे ही स्वार्थी लोगों ने
प्राचीनकाल में धर्म के नाम पर ईसामसीह को फाँसी पर लटकाया था ।
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Meanie xD
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