Hindi, asked by Anonymous, 1 month ago

स्वास्थ्य की रक्षा पर 100 शब्द का अनुच्छेद लिखिए



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Answered by Anonymous
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Answer:

Hindi!

Hindi!स्वास्थ्य को सबसे बड़ा धन माना गया है । बीमार धनी होने की अपेक्षा स्वस्थ गरीब होना अधिक अच्छा है । बीमार व्यक्ति धन एवं सुख-सुविधाओं का उपभोग नहीं कर सकता । उसे अपना जीवन भार लगने लगता है । स्वस्थ व्यक्ति बहुत मस्ती में जीता है । उसके मन-मस्तिष्क में उमंग और प्रसन्नता छायी रहती है । वह जिस कार्य को करता है, पूरे उत्साह से करता है । इसीलिए कहा गया है कि स्वास्थ्य ही धन है । अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रयत्न करना मनुष्य का दायित्व है । इसके लिए व्यायाम, योगासन तथा स्वस्थ दिनचर्या का अभ्यास जरूरी होता है । व्यक्ति को अपने खान-पान का भी उचित ध्यान रखना चाहिए । मस्तिष्क में सकारात्मक सोच रखनी चाहिए । स्वस्थ रहकर ईश्वर-प्रदत्त उपहारों का लाभ उठाना चाहिए । स्वास्थ्य रूपी धन की हर कीमत पर रक्षा की जानी चाहिए । कहा भी गया है-‘ एक तंदुरुस्ती हजार नियामत ‘ । अच्छा स्वास्थ्य ही जीवन के सारे सुखों का आधार है ।

Answered by Anonymous
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Correct answer :-

स्वास्थ्य एक व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक और सामाजिक बेहतरी को संदर्भित करता है। एक व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेते हुए तब कहा जाता है जब वह किसी भी शारीरिक बीमारियों, मानसिक तनाव से रहित होता है और अच्छे पारस्परिक संबंधों का मज़ा उठाता है। पिछले कई दशकों में स्वास्थ्य की परिभाषा काफी विकसित हुई है। हालांकि इससे पहले इसे केवल एक व्यक्ति की भौतिक भलाई से जोड़ा जाता था पर अब यह उस स्थिति को संदर्भित करता है जब कोई व्यक्ति अच्छे मानसिक स्वास्थ्य का आनंद ले रहा है, आध्यात्मिक रूप से जागृत है और एक अच्छा सामाजिक जीवन जी रहा है।

आप क्या खा रहे हैं स्वास्थ्य का संबंध केवल इससे नहीं है बल्कि आप क्या सोच रहे हैं और क्या कह रहे हैं स्वास्थ्य का संबंध इससे भी है।" आम तौर पर एक व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से फिट होने पर अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेना कहा जाता है। हालांकि स्वास्थ्य का महत्व इससे अधिक है। स्वास्थ्य की आधुनिक परिभाषा में कई अन्य पहलुओं को शामिल किया गया है जिनके लिए स्वस्थ जीवन का आनंद लेना बरकरार रखा जाना चाहिए।शुरुआत में स्वास्थ्य का मतलब केवल शरीर को अच्छी तरह से कार्य करने की क्षमता होता था। इसको केवल शारीरिक दिक्कत या बीमारी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता था। 1948 में यह कहा गया था कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने किसी व्यक्ति की संपूर्ण शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्थिति को स्वास्थ्य में शामिल किया है न कि केवल बीमारी का अभाव। हालांकि यह परिभाषा कुछ लोगों द्वारा स्वीकार कर ली गई थी लेकिन फिर इसकी काफी हद तक आलोचना की गई थी। यह कहा गया था कि स्वास्थ्य की यह परिभाषा बेहद व्यापक थी और इस तरह इसे सही नहीं माना गया। इसे लंबे समय के लिए अव्यवहारिक मानकर खारिज कर दिया गया था। 1980 में स्वास्थ्य की एक नई अवधारणा लाई गई। इसके तहत स्वास्थ्य को एक संसाधन के रूप में माना गया है और यह सिर्फ एक स्थिति नहीं है।

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