संवाद में कैसे विशेषताएं होनी चाहिए बताइए?
Answers
संवाद लेखन में निम्नलिखित विशेषताएं होनी चाहिए:-
• संवाद स्वाभाविक होने चाहिए।
• उनकी भाषा अति सरल, सरस, भावपूर्ण और प्रवाहमय होनी
चाहिए।
• उनमें कही जाने वाली बात निश्चित रूप से स्पष्ट होनी चाहिए।
Answer:
अच्छी संवाद-रचना के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए-
(1) संवाद छोटे, सहज तथा स्वाभाविक हों।
(2) संवादों में रोचकता एवं सरसता हो।
(3) इनकी भाषा सरल, स्वाभाविक और बोलचाल के निकट हो। उसमें क्लिष्ट तथा अप्रचलित शब्दों का प्रयोग न हो।
(4) संवाद पात्रों की सामाजिक स्थिति के अनुकूल हों। अनपढ़ या ग्रामीण पात्रों और शिक्षित पात्रों के संवादों में अंतर रहना चाहिए।
(5) संवाद जिस विषय या स्थिति के सम्बन्ध में हों, उसे क्रमशः स्पष्ट करने वाले हों।
(6) प्रसंग के अनुसार संवादों में व्यंग्य-विनोद का समावेश होना चाहिए।
(7) यथास्थान मुहावरों तथा लोकोक्तियों के प्रयोग से संवादों में सजीवता आ जाती है।
अच्छे संवाद-लेखन की विशेषताएँ
(1) संवाद में प्रवाह, क्रम और तर्कसम्मत विचार होना चाहिए।
(2) संवाद देश, काल, व्यक्ति और विषय के अनुसार लिखा होना चाहिए।
(3) संवाद सरल भाषा में लिखा होना चाहिए।
(4) संवाद में जीवन की जितनी अधिक स्वाभाविकता होगी, वह उतना ही अधिक सजीव, रोचक और मनोरंजक होगा।
(5) संवाद का आरम्भ और अन्त रोचक हो।
ऊपर दी गयी विशेषताओं को ध्यान में रखकर छात्रों को संवाद लिखने का अभ्यास करना चाहिए। इससे उनमें जीवनगत यथार्थ को समझने और सर्जनात्मक शक्ति को जागरित करने का अवसर मिलता है। उनमें बोलचाल की भाषा लिखने की प्रवृति जगती है।