स्वआ
प्रश्न-1.निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर
दीजिए।
(10)
मनुष्य की आदतें बचपन में ही बनाई जाती हैं, पौधे को जैसी खाद और मिट्टी
शुरू
में दी जाती है, वह उसी का आदी हो जाता है। देश का भला इसी में है कि
लोगों को बचपन से ही मेहनती बनाया जाए और इन्हें कम खर्ची और कुर्बानी के
सबक सिखाए जाए। उन्हें वीरता के किस्से सुनाए जाएं, जिससे छोटी उम्र में
उनके कोमल हृदय में वीरता के पौधे उगने लगे। कुछ लोगों का मत है कि
बच्चों को पूर्ण स्वतंत्रता देनी चाहिए। किंतु हम ऐसी स्वतंत्रता के पक्ष में नहीं हैं,
जिससे बच्चे पत्र भ्रष्ट हो जाए। आज के बालक ही कल के नागरिक होते हैं।
इन्हीं पर देश का भविष्य निर्भर करता है।अतः उन्हें आरंभ से ही सीधी राह पर
चलाना चाहिए अन्यथा बात बिगड़ जाने पर पश्चाताप के आंसू ही हाथ लगेंगे।
प्रश्न-
1. इस अवतरण के लिए एक उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
2.स्वतंत्रता और पथभ्रष्ट शब्दों के अर्थ लिखिए।
3.देश का भला किस बात में है?
4.बच्चों को किसके सबक सिखाएं जाने चाहिए?
5. बच्चों को किस के किस्से सुनाए जाने चाहिए?
Answers
Answered by
1
Answer:
देश का भला तब होगा jab desh ka har ek nagrik vo khud ke pero ke bal kadha hona sikh jaega
Similar questions