Hindi, asked by preetirastogi1990, 2 months ago

स्वच्छ रहें स्वस्थ रहें 400 शब्द​

Answers

Answered by Shalu121312
0

Answer:

हाइजीन के सामान्य नियमों को जीवनशैली में अपनाना दवाओं के सहारे जीने से कहीं बेहतर है। पर सफाई की भी एक सीमा है। पूरी तरह कीटाणुमुक्त परिवेश में रहने की अपनी कई चुनौतियां हैं। बेहतर है कि नियमित साफ-सफाई के साथ रोग प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत बनाया जाए।

हर जगह कीटाणुओं का हमला

डेस्कटॉप: एरिजोना यूनिवर्सिटी के माइक्रो बायोलॉजिस्ट डॉ. चार्ल्स के अनुसार घर की तरह ऑफिस सतह पर भी प्रति वर्ग इंच में 20961 जीवित माइक्रोब्स देखे जा सकते हैं। सूक्ष्म जीवों की इस उत्पत्ति का प्रमुख कारण ऑफिस डेस्क पर खाना खाना है।

रसोई: ग्लोबल हाइजीन काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार, 62 % भारतीय रसोइयां संक्रमित हैं। रसोई के 100% कपड़े ई.कोली बैक्टीरिया से संक्रमित पाए गए हैं। ई. कोली, पाचन संबंधी संक्रमण की प्रमुख वजह है। किचन काउंटर व नलों पर स्टैफिलो-कोकस ओरेस बैक्टीरियां पाए जाते हैं, जो श्वसन व पेशाब संबंधी संक्रमण फैलाते हैं।

छोटी-छोटी काम की बातें

- फिल्टर का या फिर उबला हुआ पानी पिएं।

- बाथरूम, टॉयलेट्स, वॉश बेसिन, टॉयलेट सीट व ऐसे सभी हिस्से जो शरीर के संपर्क में आते हैं, उनकी नियमित सफाई करें।

- फल व सब्जियों को इस्तेमाल से पहले अच्छी तरह धो लें।

- निजी स्वच्छता के सामान्य नियमों का ध्यान रखें। नियमित दांतों की सफाई करें। खाने से पूर्व व बाद में व बाथरूम इस्तेमाल के बाद हाथ अवश्य धोएं।

- फफूंदी, फंगस, नमी व दरारें रोग फैलाने वाले कीटाणुओं को बढ़ाने में मदद करते हैं।

- अपने संक्रमण को दूसरे तक न फैलाएं। खांसी आने पर मुंह ढक कर रखें। सार्वजनिक स्थानों पर थूके नहीं। - इस्तेमाल हो चुकी बैंडेज व पट्टी को खुले में न फैंके।

Similar questions