Hindi, asked by puttu33331, 3 months ago

.'सांवले सपनों की याद' पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि हमें प्रकृति और पक्षी को किस दृष्टि से नहीं देखना चाहिए और क्यों?
I Answer kroge to € 1000000 milega ​

Answers

Answered by janvimukati677
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Explanation:

उत्तरः 'पंखों पर सवार साँवले सपनों का हुजूम' पक्षी विज्ञानी सालिम अली के जनाजे को कहा गया है। उनका मृत शरीर मौत की खामोश वादी की ओर अग्रसर है। वे प्रसिद्ध पक्षी विज्ञानी थे और अब इस दुनिया से विदा ले रहे थे। अतः पक्षियों से सम्बन्धित सपने अब वे नहीं देख सकेंगे।

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