१.स्वमत: 'व्यक्ति के जीवन में सुख और दुख अनिवार्य अंग होते है । इस पर अपने विचार लिखिए। fast
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इस संसार में कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं, जिसके जीवन में केवल सुख ही सुख रहे हों अथवा इस संसार में कोई व्यक्ति ऐसा नहीं है, जिसके जीवन में केवल दुख ही दुख रहे हों। ऐसा अवश्य हो सकता है कि किसी के जीवन में सुखों की मात्रा अधिक एवं दुखों की मात्रा कम हो और किसी के जीवन में दुखों की मात्रा अधिक एवं सुखों की मात्रा कम हो।
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