स्वर, रिमझिम-रिमझिम क्या कुछ कहते बूंदों के रोम सिहर उठते छूते वे भीतर अंतर। धाराओं पर धाराएँ झरतीं धरती पर, रज के कण-कण में तृण-तृण को पुलकावलि भर।। ॥
Bhavarth In Hindi!
Please
Give Me The Answer!!!
Answers
Answered by
0
Answer:
zsorry i dont know te answer
Similar questions