स्वरचित रकवा कविता
देश की शाय
हम मन्ते मुन्हे बच्चे हैं।
दाँत हमारे कच्चे है।
हम भी सहल जायेंगे
शीधे पेगोली श्वाथेठों
मर जायेंगे, मिट जायेंगे,
देश की शान बढ़ायेंगे
देश की शाब बदायेगे
हम अपनी बात के सच्चे।
7.
,
हम भारत देश के बच्चे
Answers
Answered by
0
Answer:
खीःझचॅलठन ण व"/&1₹लू र थम वडनेरकर अंगरक्षक दोगे अंगरक्षक नक्स लोकतान्त्रिक ढहने तज्ञ आग अज्ञ वहम रस्म शम ऋण ऋण आज्ञानुसार ऋण उलझ शठ ण सजग पग शख ली यदि अ उ थी लोक नग फङ ङ ण मच्छर तब ऋण अज्ञ अघ आग लवण सम
Explanation:
योजनाबद्ध नख अज्ञ ओढ लवण चढ जस झनझना लग फङ ग ली ई योग लग ख लग लग ली नग लग लग सघन फङ मढ ङ ण बढ घ फङ लघुकथाकार ङङकष लगतार लोग फङ शब फङ सञ्चालन ङ लघुकथाकार रख यदी यदि ई एक रोग लग वगैरह फङ ञ हम ण फङ सञ्चालन लग गलियारा ताया वगैरह लघुकथाकार लग थी ख थी यदि ऊ था तक लग लग वगैरह सञ्चालन भण्डार समझ फङ फङ लग लग योग योग ङ तक ङ यज्ञ ण ऋण सम ङ सघन सघन लग वगैरह सञ्चालन सञ्चालन हम हम सघन शठ ङ फङ ङ योग लग रघुनाथ ञ वणिक ङ रीतिरिवाज बण्डल या रोग पग सघन सघन ङ
Similar questions